केंद्रीय बजट क्या होता है?What is union budget?
केंद्रिय बजट किसी विशेष वित्तीय वर्ष मे सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और देय का लेखा जोखा होता है।
केंद्रिय बजट कों दो प्रमुख भागो मे बांट सकते हैं -
पहला पूजिगत बजट (Capital budget) और दूसरा राजस्व बजट(Revenue budget)
पूजींगत बजट:- यह बजट सरकार से सम्बन्धित पूजींगत भुगतान और प्राप्तियों से सम्बन्धित होता है।
पूजींगत प्राप्तियों मे जानता से या भारतीय रिजर्व बैंक से लिए जाने वाले ऋण आते हैं।
वही दूसरी और पूजींगत भुगतान के अंतर्गत स्वास्थ्य सुविधाओं ,उपकरणों के विकास और रखरखाव के साथ -साथ शैक्षणिक सुविधाओं के लिए किये गये खर्च शामिल किये जाते हैं।
राजस्व बजट:- इस बजट के नाम से पता चलता है कि राजस्व बजट सभी राजस्व व्यय और आय से जुड़ा होता है ।इसमे टेक्स और दूसरे माध्यमो से होने वाले आय और उसके खर्चो कों दर्शाया जाता है ।
यदि राजस्व व्यय ,राजस्व आय से अधिक है तो सरकार कों राजस्व घाटे का सामना करना पड़ता है।
केंद्रिय बजट का क्या महत्व है?Union budget in Hindi -
केंद्रिय बजट का उद्देश्य सामाजिक न्याय और समानता. के साथ - साथ हमारे देश की तेज और संतुलित आर्थिक विकास सुनिश्चित करना होता है ।
यह देश की दशा और दिशा तय करने के लिए महत्वपूर्ण होता है ।
केंद्रिय बजट क्यों पेश किया जात है?
किसी भी सरकार के द्वारा केंद्रिय बजट पेश किये जाने के कुछ प्रमुख उद्देश्य होते है जैसे-
विभिन्न मादो मे संसाधनों का कुशल आवंटन सुनिश्चित करना -
केंद्रिय बजट के माध्यम से सरकार अपने यहाँ उपलब्ध संसाधनों कों देश के सर्वोत्तम हित मे विभिन्न मादो मे आवंटन सुनिश्चित करने की कोशिश करती है ।संसाधनों का तर्कसंगत आवंटन सरकार कों उन संसाधनों से अधिकतम लाभ अर्जित करने मे मदद करता है।ऐसा कर देश मे सार्वजनिक कल्याण कों बढ़ावा देने के लिए चल रही योजनाओं कों वितपोषित करने के लिए राशि जुटाई जाति है ।
बेरोजगारी और गरीबी के स्तर कों कम करना-
केंद्रिय बजट का एक उद्देश्य गरीबी कों ख़त्म करना और अधिक से अधिक रोजगार का सृजन करना भी है।
केंद्रिय बजट के माध्यम से सरकार कों यह सुनिश्चित करना होता है कि देश के प्रत्येक नागरिक कों उचित स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाएं मिले।इसके साथ ही सरकार कों इस बात का भी ध्यान रखना होता है कि देश के नागरिक अपने लिए रोटी,कपड़ा और मकान जैसे बुनियादी जरूरतों कों पुरा करने मे सक्षम हो ।
धन और आय की असमानताओ कों कम करना -
बजट सब्सिडी और करो के माध्यम से आय के वितरण कों प्रभावित करता है ।बजट मे सरकार ये सुनिश्चित करने कि कोशिश. करती है कि अमीर वर्ग पर उच्च दर लगाई जाये जिससे उनकी डिस्पोजेबल आय एक हद मे रहे । दूसरी और निम्न आय वर्ग पर सरकार दर कम रखने की कोशिश करती है ताकि उनके पास अपने खर्चे चलाने के लिए पर्याप्त आमदनी बनी रहे ।
कीमतों पर नियंत्रण:-
केंद्रिय बजट आर्थिक उतार चढाव कों नियंत्रित करने मे भी सहायता करता है ।यह मुद्रांस्फिति (Inflation) और अपस्फिति (Deflation) का उचित. प्रबंधन सुनिश्चित करता है ।इस तरह आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करना भी बजट का एक मुख्य उद्देश्य है।मुद्रांस्फीती के दौरान अधिशेष बजट नीतियों कों लागु किया जाता है ।उसके उलटे घाटे की बजट नीतियाँ अपस्फीती के दौरान तैयार की जाती है ।यह अर्थव्यवस्था मे कीमतों कों नियंत्रित रखने मे अहम योगदान अदा करता है ।
देश के टेक्स स्ट्रक्चर मे बदलाव-
केंद्रिय बजट मे देश के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करो मे संभावित बदलाव कों भी निर्धारित करता है।बजट के माध्यम से आयकर दरो और कर ब्रेकेट मे बदलाव लाने की भी घोषणा करती है ।
केंद्रिय बजट वास्तव मे बहुत महत्वपूर्ण है और देश की आर्थिक स्थिति पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है।ऐसे मे देश के हर आम नागरिक कों इसकी बेसिक जानकारी होनी चाहिए ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें