शुक्रवार, 5 मई 2023

SCO क्या है? SCO in Hindi

SCO ka Kya  Hai?  SCO ka full form Kya h? 

SCO (Shanghai Cooperation Organization) की स्थापना साल 1996 में 'शंघाई फाइव' के नाम से की गई थी, क्योंकि इसकी स्थापना पांच देशो के साथ चीन के शहर शंघाई में की गई थी,इसलिये इसे शुरुआत में शंघाई फाइव रखा गया था । शुरुआत में इस संगठन के पांच सदस्य देश थे- रूस, चीन, क़ज़ाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और तज़ाकिस्तान ।
साल 2001 में उज्बेकिस्तान के संगठन में आने के बाद,उसी साल शंघाई में हुए शिखर सम्मेलन में इसका नाम बदलकर "शंघाई सहयोग संगठन " कर दिया गया ।

इस प्रकार शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 15 जून 2001 को हुई थी।
इस संगठन की अधिकारिक भाषाएँ रूसी और चीनी है। 

SCO में भारत कब शामिल हुआ था? 

भारत और पाकिस्तान को SCO का सदस्य बनाने का फैसला जुलाई 2015 में रूस के शहर ऊफा में संगठन के 15वे शिखर सम्मेलन में ही कर लिया गया था और कुछ अलग - अलग औपचारिकताओ के बाद 9 जून 2017 में भारत और पाकिस्तान को शंघाई सहयोग संगठन की  स्थाई सदस्यता दी गई।


SCO के कितने स्थाई सदस्य हैं?

शुरुआत में SCO के पांच स्थाई सदस्य थे ,उसके बाद उज्बेकिस्तान इसका सदस्य बना फिर भारत और पाकिस्तान भी इस संगठन के स्थाई सदस्य बने ।इस प्रकार संघाई सहयोग संगठन की स्थाई सदस्यता बढ़कर 8(  रूस, चीन, क़ज़ाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, तज़ाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान) हो गई है । वही  अफगानिस्तान, ईरान, बेलारुस और मंगोलिया SCO  के पर्यवेक्षक देशो ( Observer Countries)  में शामिल हैं। और कंबोडिया,  नेपाल, अजरबैजान , आरमेनिया, तुर्की और श्रीलंका इस संगठन के वार्ता साझेदार देश ( Dialogue Partner  Countries) हैं।

 SCO की विशेषताएँ क्या हैं? 

SCO  एक स्थाई अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इस संगठन को उत्तर अटलाटिक संधी संगठन ( NATO)  के समकक्ष के रूप में माना जाता है। SCO में वैश्विक जनसंख्या का 40 प्रतिशत , वैश्विक GDP का करीब 20 प्रतिशत और विश्व के कुल भू-भाग का 22 प्रतिशत शामिल है। अपने भौगोलिक महत्व के चलते यह संगठन एशियाई क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अपनी इसी विशेषता की वजह से SCO  मध्य एशिया को नियंत्रित करने और क्षेत्र में अमेरिकी प्रभाव को कम करने में सक्षम है।

SCO  के उद्देश्य या लक्ष्य क्या हैं?

  • सदस्य देशो के बिच आपसी विश्वास और अच्छे पड़ोसी सम्बन्धो को मजबूत बनाना।
  • सदस्य देशो के बिच राजनितिक, व्यापार, विज्ञान, और तकनिकी , संस्कृति, ऊर्जा, शिक्षा, यातायात, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण और अन्य क्षेत्रो में सहयोग को बढ़ावा देना।
  • मध्य एशिया में शांति स्थिराता और सुरक्षा को बनाये रखने और सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त प्रयास करना।
  • एक नई लोकातांत्रिक , न्याय संगत और विवेकपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय राजनितिक और आर्थिक व्यवस्था की स्थापना की तरफ बढ़ना।

SCO मुख्य रूप से 4 संस्थाओ के जरिये कार्य करता है -

शीर्ष स्तर पर- सदस्य देशो के राष्ट्रप्रमुखो की  परिषद है,  जो इसकी सबसे उच्च नीति निर्माता संस्था है । हर साल संपन्न होने वाले इसके सम्मेलनो  को ही शिखर सम्मेलन कहा जाता है ।
दूसरे स्तर पर- सदस्य देशो के शाशनाध्यक्षो की परिषद है,  जिसकी बैठक वार्षिक आधार पर की  जाती है । यह परिषद बहुपक्षिय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करती है  और संगठन का बजट. पारित करती है ।
तीसरे स्तर पर- सदस्य देशो के विदेश मंत्रियो की परिषद है,  जिनकी नियमित बैठक होती है । यह परिषद समकालीन अंतर्राष्ट्रीय स्थिति की समीक्षा करती है  और अन्य वैश्विक संगठनों के साथ सहयोग पर विचार करती है ।
चौथे स्तर पर- राष्ट्रीय समन्वयकर्ताओ की परिषद है,  जिनका मुख्य दायित्व सदस्य देशो के बिच बहुपक्षीय सहयोग के कार्यक्रमों में समन्वय बनाना है ।


गुरुवार, 20 अप्रैल 2023

What is united nation(UN) ? संयुक्त राष्ट्र संघ क्या है?

 Untited Nation(UNO) in Hindi? संयुक्त राष्ट्र संघ  क्या है? 

संयुक्त राष्ट्र एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है,इसका मुख्य उद्देश्य है अंतर्राष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाना , अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा,आर्थिक विकास,सामाजिक प्रगति,मानव अधिकार और विश्व शांति के लिए कार्य कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को एक अधिकारपत्र पर 50 देशो के हस्ताक्षर होने के बाद हुई।

संयुक्त राष्ट्र का इतिहास क्या है? History of United Nation आर्गेनाईजेशन(UNO)  in Hindi -

द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद विजेता देशो ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था। इसके स्थापना के पीछे मुख्य उद्देश्य यही था कि भविष्य में फिर कभी द्वितीय विश्वयुद्ध के जैसे और युद्ध ना हो।

संयुक्त राष्ट्र में कितने देश हैं? Uno 
वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र में 195 देश हैं, विश्व के लगभग सारे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त देश शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र में सबसे सबसे  बाद में जुड़ा देश है दक्षिण सूडान ,जिसको 11 जुलाई 2011 को सदस्य बनाया गया ।

संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय कहाँ है? 
संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में स्थित है।यह मुख्यालय 85 लाख डॉलर में खरीदी गयी भूसंपति पर स्थित है।
इस मुख्यालय के अलावा और अहम संस्थाएं जिनेवा,कोपेनहेगन आदि में भी हैं। 

संयुक्त राष्ट्र ने कितनी भाषाओ को स्वीकृति दी है?
संयुक्त राष्ट्र ने 6 भाषाओ को राजभाषा के तौर पर स्वीकृत किया है। ये भाषाएं है -  अरबी,चीनी,अंग्रेजी, फ्रांसीसी , रूसी और स्पेनी । लेकिन इनमे से सिर्फ दो भाषाओ को संचालन भाषा माना जाता है(अंग्रेजी और फ्रांसीसी)।
स्थापना के समय सिर्फ 4 भाषाओ को स्वीकृति मिली थी (चीनी,अंग्रेजी,फ्रांसीसी,रूसी), 1973 में अरबी और स्पेनी को भी शामिल किया गया।
संयुक्त राष्ट्र अमेरिकी अंग्रेजी जे स्थान पर ब्रिटिश अंग्रेजी का प्रयोग करता है।

संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी भाषा -
संयुक्त राष्ट्र में किसी भाषा को अधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दिये जाने के लिए कोई विशिष्ट मापदंड नही है। किसी भी भाषा को अधिकारिक भाषा के रूप में शामिल किये जाने की  प्रक्रिया में संयुक्त राष्ट्र महासभा में साधारण बहुमत द्वारा एक संकल्प को स्वीकार करना और संयुक्त राष्ट्र की कुल सदस्यता के दो तिहाई बहुमत द्वारा उसे अंतिम रूप से पारित करना होता है।
भारत बहुत लम्बे समय से प्रयास कर रहा है कि हिन्दी  भाषा को संयुक्त राष्ट्र की अधिकारिक भाषाओ में शामिल किया जाये। भारत का यह दावा इस आधार पर है कि हिन्दी ,विश्व में बोली जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी भाषा है और पूरे विश्व में स्थापित हो रही है।

संयुक्त राष्ट्र के कितने घटक(अंग) है?
संयुक्त राष्ट्र के मुख्य अंग हैं-
  • संयुक्त राष्ट्र महासभा
  • सुरक्षा परिषद
  • संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद
  • संयुक्त राष्ट्र न्याय परिषद
  • अंतर्राष्ट्रीय न्यायलय 
  • संयुक्त राष्ट्र सचिवालय
इन सभी 6 अंगों कि स्थापना 1945 में संयुक्त राष्ट्र + की  स्थापना के समय की गयी थी।

संयुक्त राष्ट्र क्यों बनाया गया था?
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाये रखने और आर्थिक,सामाजिक और मानवीय समस्याओ पर राष्ट्रो के बिच सहयोग प्राप्त करने के प्रयास में की गयी थी।

संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख कौन है?
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियों  गुटेरेस हैं,ये संयुक्त राष्ट्र के 9वे महासचिव हैं,जिन्होंने 1जनवरी 2017 को कार्यभार संभाला ।

संयुक्त राष्ट्र के संस्थापक कौन हैं?
1942 में , राष्ट्रपति रुजवेल्ट,प्रधानमंत्री चर्चिल, USSR के मैक्सिम लिद्विनोव और चीन के टीवी सूंग ने एक छोटे दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये , जिसे बाद में संयुक्त राष्ट्र घोषणा के रूप में जाना जाने लगा।

संयुक्त राष्ट्र के स्थायी सदस्य कौन से देश हैं?
संयुक्त राष्ट्र के 5 स्थायी सदस्य हैं- संयुक्त राज्य अमेरिका,रूस,फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम  ।

वीटो पावर क्या है?
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो पावर सिर्फ पांच स्थायी सदस्यों के पास है। वीटो पावर स्थायी सदस्यों को सुरक्षा परिषद के किसी भी प्रस्ताव को अस्वीकार करने का अधिकार देता  है।

वीटो पावर को लेकर अक्सर मतभेद होता रहता है।लेकिन यहाँ सुधार भी नही हो सकता,क्योंकि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 108 व 109 के तहत पाँच स्थायी सदस्यों को चार्टर में किसी भी संसोधन पर वीटो पावर दिया. गया है, मतलब कि वीटो पावर में कोई संशोधन करना भी है तो पाँचो स्थायी सदस्यों की अनुमति लेनी होगी।


गुरुवार, 13 अप्रैल 2023

Bhimrao ambedkar ka jivan parichay in hindi( अम्बेडकर जयंती)

 
अम्बेडकर जी का जीवन परिचय-

जन्म- 14 अप्रेल 1891,मध्य प्रदेश

बचपन का नाम- भिवा,भीम,भीमराव

अन्य नाम- बाबासाहेब,भीमराव अम्बेडकर

धर्म- बौद्ध धर्म

पत्नी- रामाबाई अम्बेडकर(विवाह1906), सबिता अम्बेडकर (विवाह1948)

बच्चे - यशवंत अम्बेडकर

पिता- रामजी 

माता- भीमाबाई

भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रेल 1891 को ब्रिटिश भारत के मध्य भारत (अब मध्य प्रदेश) में स्थित महू नगर सैन्य छावनी मे हुआ था।इनके पिता का नाम रामजी मालोजी था तथा माता का नाम भीमाबाई था। आम्बेडकर अपने माता- पिता के 14वे संतान थे।

इनका परिवार कबीर पंथ को माननेवाला मराठी मूल का था  और वे वर्त्तमान महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में आँम्बडवे गांव के निवासी थे।

आम्बेडकर हिंदू महार जाती से सम्बन्ध रखते थे,जो उस समय अछूत मानी जाती थी।इसी वजह से उनको काफी भेदभाव का सामना करना पड़ता था।

भीमराव आम्बेडकर के पिता रामजी सकपाल ,भारतीय सेना की महू छावनी मे सेवारत थे तथा यहाँ कम करतें हुए सूबेदार के पद तक पहुंचे थे।

अपनी जाती के करण भीमराव को सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता था।पढ़ाई में निपूर्ण होने के बाद भी छात्र भीमराव को छुवाछूत के कारण अनेक प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। 

अम्बेडकर जी की प्रारंभिक शिक्षा कहाँ हुई?

7 नवम्बर 1900 को आम्बेडकर के पिता ने सतारा की गवर्नमेंट हाईस्कूल में अपने बेटे भीमराव का दाखिला कराया। यहाँ उनका नाम भिवा रामजीआम्बेडवेकर  दर्ज कराया । उनके बचपन का नाम भिवा था। 
आम्बेडकर का मूल उपनाम सकपाल की बजाय आंबडवेकर लिखवाया था,जो कि उनके आंबड़वे गाँव से सम्बंधित था।बाद में एक देवरुखे ब्राह्मण शिक्षक कृष्णा केशव आम्बेडकर जो उनसे विशेष स्नेह करतें थे ,ने उनके नाम से "आंम्बडवेकर" हटाकर अपना सरल ' आम्बेडकर  ' उपनाम जोड़ दिया।तब से आजतक वे आम्बेडकर नाम से जाने जाते हैं।

1907 में उन्होंने अपनी मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की और अगले वर्ष उन्होंने एल्फीन्सटन कॉलेज में प्रवेश किया ,जो बॉम्बे विश्वविद्यालय से संबद्ध था। शिक्षा के इस स्तर पर पहुँचने वाले अपने समुदाय के वे पहले व्यक्ति थे।
1912 तक उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और राजनितिक विज्ञान में कला स्नातक(B A)  की शिक्षा  पुरी की।

कोलंबिया विश्वविद्यालय में स्नात्तकोत्तर अध्यन-

1913 में, आम्बेडकर 22 वर्ष की आयु में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गये ,जहाँ उन्हे सयाजीराव गायकवाड़ द्वारा स्थापित एक योजना के अंतर्गत न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर की शिक्षा के अवसर प्रदान करने के लिए तीन वर्ष के लिए 11.50 डॉलर प्रति माह बडौ़दा राज्य की छात्रवृत्ति प्रदान की गयी थी।

1915 में उन्होंने अपनी कला स्नातकोत्तर(M A)  परीक्षा पास की,जिसमे अर्थशास्त्र प्रमुख विषय था।उन्होंने स्नातकोत्तर के लिए प्राचीन भारतीय वाणिज्य(Ancient Indian Commerce)  विषय पर शोध किया ।

लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़े-

1916 में ,उन्हे दूसरा शोध. कार्य ,भारत का लाभांश- एक ऐतिहासिक और विश्लेषणात्मक अध्ययन के लिए दूसरी कला स्नातकोत्तर प्रदान की गयी । इसके बाद वे लंदन चले गये ।यहाँ उन्होंने अपने तीसरे शोध कार्य ब्रिटिश भारत में प्रांतीय वित्त का विकास(Evolution of Provincial Finance in British India)  के लिए अर्थशास्त्र में पीएचडी  प्राप्त की।

उसके बाद उन्होंने ग्रेज इन  में बैरिस्टर कोर्स के लिए प्रवेश लिया,और साथ में लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में भी प्रवेश लिया जहाँ उन्होंने अर्थशास्त्र की डॉक्टरेट (Doctorate) थिसिस पर काम  किया। 1917 में उन्हे अपना अध्ययन अस्थायी रूप से छोड़कर भारत आना पड़ा क्यूंकि बडौ़दा राज्य से उनकी छात्रवृति समाप्त हो गयी थी।चार साल बाद फिर से उन्हे लन्दन जाने की अनुमति मिली।1921 में उन्होंने विज्ञान स्नात्तकोत्तर (M Sc)  प्राप्त की । 1922 में , उन्हे ग्रेज इन  ने बैरिस्टर- एट - लॉज डिग्री प्रदान की और उन्हे ब्रिटिश बार में बैरिस्टर के रूप में प्रवेश मिल गया।
1923 में, उन्होंने अर्थशास्त्र में डॉक्टर ऑफ साइंस ( D Sc)  की उपाधि ली। उनकी तीसरी डॉक्टरेट (LL D) ,कोलंबिया विश्वविद्यालय,1952 तथा चौथी डॉक्टरेट (D Lit) , उस्मानिया विश्वविद्यालय,1953 ,सम्मानित उपलब्धियां थी।

छुआछूत के विरुद्ध संघर्ष -

भीमराव अम्बेडकर बचपन से ही छुआछूत जैसी पीड़ा को झेलते आए थे। अपनी जाती के वजह से उनसे काफी भेदभाव किया जाता था,और इसी वजह से उनको कई बार अपमान का सामना करना पड़ता था।

अम्बेडकर जी ने छुआछूत के विरुद्ध काफी संघर्ष किया ताकि वे निम्न जाती वाले लोगो को छुआछूत जैसी पीड़ा से निजात दिला सके और उन्हे समाज में बराबर का दर्जा दिलाना चाहते थे।
 मुंबई में  1920 के दशक में अम्बेडकर जी ने अपने एक भाषण में कहा था कि "जहाँ मेरे व्यक्तिगत हित और देश हित में टकराव होगा वहां पर मै देश हित को प्राथमिकता दूंगा लेकिन जहाँ दलित जातियों के हित और देश के हित में टकराव होगा वहां मै दलित जातियों को प्राथमिकता दूंगा।"

वे निम्न जातियों के लिए मसीहा के रूप में काम किया और अपने और अपने पूरे जीवन में दलितों को सम्मान दिलाने के लिए संघर्ष करतें रहे।

भीमराव अम्बेडकर जी का निधन कब हुआ?

भीमराव अम्बेडकर जी मधुमेह से पीड़ित थे और वे काफी बीमार भी रह रहे थे। 3 दिसंबर 1956 को भीमराव जी ने अपनी अंतिम पांडुलीपी बुद्ध और उनके धम्म को पुरा किया और  6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। 

बाबासाहेब अम्बेडकर के बारे में रोचक तथ्य-

  •  भारत के के झंडे में अशोक चक्र लगवाने वाले बाबासाहेब ही थे।
  • अम्बेडकर जी लगभग 9 भाषाएँ जानते थे।
  • अम्बेडकर जी ने सभी धर्मो को पढ़ा था।
  • अम्बेडकर जी पहले व्यक्ति थे जो विदेश से अर्थशास्त्र में PhD  किये।
  • अम्बेडकर जी के पास लगभग 32 डिग्रीयाँ थी।
  • बाबासाहेब आज़ाद भारत के पहले कानून मंत्री थे।
  • बाबासाहेब दो बार लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन दोनो बार हार गये।
  • बाबासाहेब हिंदू महार जाति के थे, जिन्हे समाज अछूत मानता था।
  • बाबासाहेब कश्मीर में लगी धारा 370 के खिलाफ थे।

रविवार, 2 अप्रैल 2023

खालिस्तानी कौन हैं ? खालिस्तानी आंदोलन क्या है?

भारत में खालिस्तान कौन है?खालिस्तान का मतलब क्या है?
खालिस्तान का अर्थ है "खालसे की सरजमीन "।भारत के पंजाब राज्य के सिख अलगाववादियों द्वारा प्रस्तावित राष्ट्र को दिया गया नाम है।खालिस्तान के क्षेत्रीय विस्तार का दावा करने वाले अलगाववादी पंजाब,चंडीगढ़,हरियाणा,हिमांचल प्रदेश,दिल्ली तथा राजस्थान,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के कुछ हिस्सों तक को खालिस्तान का क्षेत्र बताते हैं।

खालिस्तानी आंदोलन की शुरुआत कब हुई?
खालिस्तानी अलगववादियों ने 29 अप्रेल 1986 को भारत से अपनी एकतरफा आज़ादी की घोषणा की और 1993 में खालिस्तान UNPO का सदस्य बना।
1980 से 1990 के दशक में खालिस्तानी आंदोलन अपने चरम पर था,उसके बाद धीरे - धीरे भारत सरकार ने इसे दबा दिया ।

खालिस्तान का इतिहास क्या है?
ब्रिटिश साम्राज्य के पतन के बाद एक अलग सिख राष्ट्र की मांग हुई ।खालिस्तान का सबसे पहले जिक्र 1940 में खालिस्तान नमक एक किताब में किया गया ।

1947 के बाद दूसरे देशो में रहने वाले सिखो के द्वारा वित्तीय और राजनितिक समर्थन तथा पाकिस्तान की ISI के समर्थन से खालिस्तान आंदोलन भारतीय राज्य पंजाब में फला-फुला और 1980 के दशक में यह आंदोलन अपने चरम पर पहुंचा।

रेफरेंडम 2020 क्या है?
रेफरेंडम एक जनमत संग्रह है जो अमेरिका स्थित सिख फार जस्टिस (SFJ)  संगठन द्वारा कई देशो में आयोजित एक वोटिंग का अभ्यास है। इसपर भारत सरकार ने 2019 में अलगाववाद और उग्रवाद को बढ़ावा देने के लिए बैन लगा दिया था।
इस जनमत संग्रह का उद्देश्य है भारत कर अंदर एक अलग देश खालिस्तान की स्थापना करना है।
रिपोर्ट के मुताबिक SFJ की स्थापना 2007 में हुई थी और इसका लीडर पंजाब विश्वविद्यालय के कानून स्नातक गुरुपतवंत सिंह पन्नू है,जो संयुक्त राज्य अमेरिका में एक वकील के तौर पर काम करता है।
ऑपरेशन ब्लू स्टार क्या है ?
80 के दशक में पंजाब में हिंसक घटनायें बढ़ने लगी ।1981 में पंजाब केसरी के संस्थापक लाला जगत नारायण की हत्या फिर 1983 में पंजाब पुलिस के DIG ए एस अटवाल  की गोली मार कर हत्या कर दी गयी ।इन सबके लिए भिंडरवाले को जिम्मेदार ठहराया गया।

इसके बाद भिंडरवाले ने स्वर्ण मंदिर को अपना घर बना लिया और हिंसक घटनायें बढ़ती जा रही थीं ।
भिंडारावाले को पकड़ने के लिए उस समय इंदिरा गाँधी सरकार ने 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' को 1984 में शुरु किया ।सेना ने स्वर्ण मंदिर की घेराबंदी शुरु कर दी थी।पंजाब से आने जाने वाली रेलगाड़ियों और बसों को रोक दिया गया ,फोन कन्नेक्शन काट दिये गये और विदेशी मीडिया को राज्य से बाहर जाने को कहा गया ।

3 जून 1984 को पंजाब में कर्फ्यू लगा दिया गया,4 जून की शाम से सेना ने गोलीबारी शुरु कर दी और इसमे काफी खून- खराबा हुआ ,6 जून को भिंडरवाले को मार दिया गया।

रविवार, 26 मार्च 2023

क्यों मिली राहुल गांधी को कोर्ट से 2 साल की सजा?राहुल गाँधी की संसद सदस्यता क्यों खत्म हो गयी ?

इनदिनों राहुल गाँधी को लेकर पूरे देश में लोगो के बिच एक खबर बनी हुई है और बहुत से लोगो को यह बात समझ में नही आ रही है कि आखिर कोर्ट ने राहुल गाँधी को किस बात के लिए सजा सुनाया है ? राहुल गाँधी की संसद सदस्यता खत्म कैसे हो गयी? राहुल गाँधी ने कब क्या भाषण दिया था ? क्या है सूरत कोर्ट से 2 साल की सजा मिलने का करण? इन सभी सवालों के जवाब आपको यहा विस्तार से बताया गया है।

राहुल गाँधी ने क्या बयान दिया था? राहुल गाँधी पर क्यों केस हुआ?

दरअसल राहुल गाँधी का" मोदी" सरनेम से जुड़ा एक बयान उनकी गले की हड्डी बन गया ।यह मामला अदालत में पहुँच गयी और अदालत ने राहुल गाँधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाया है।
सूरत की जिला अदालत ने राहुल गाँधी को मानहानि के केस में सजा सुनाई है।

राहुल गाँधी ने मोदी सरनेम को लेकर क्या कहा था?

काफी लोगो के मन में यह सवाल है कि आखिर राहुल गाँधी ने मोदी सरनेम को लेकर ऐसा क्या कहा था कि आज उनको कोर्ट से सजा भुगतना पड़ा ? आपको इस मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं।

आपको बता दे कि इस मामले में राहुल गाँधी के खिलाफ भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पुरनेश मोदी ने शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस इस मामले में अक्टूबर 2021 में भारतीय दंड सहिता की धारा 499 और 500 के तहत केस दर्ज किया था।
शिकायतकर्ता ने कहा था कि राहुल गाँधी ने लोकसभा चुनाव के दौरान जो बाते कही हैं उससे पूरे मोदी समुदाय की  छवि खराब हुई है।

कब राहुल गाँधी ने मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था?

 साल 2019 में राहुल गाँधी एक रैली को कर्नाटक में सम्बोधित कर रहे थे। इस रैली में राहुल गाँधी ने कहा था कि हमारे देश में सभी चोरो का सरनेम मोदी ही क्यों है ।
13 अप्रेल 2019 को राहुल का यह बयान ही आज उनके लिए मुशीबत बन गया ।

क्या होता है मानहानि ?

ज़ब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति या समुदाय के खिलाफ कुछ  ऐसा बोलता है ,लिखता है या आरोप लगाता है,जिससे  उस व्यक्ति या समुदाय को नुकसान पहुँचता है या बदनामी होती है तब इसके खिलाफ दर्ज मामला मानहानि के दायरे में  आता है।

गुरुवार, 23 मार्च 2023

क्या है पटना रेलवे स्टेशन का मामला ? पटना स्टेशन पोर्न video

क्या है पटना स्टेशन पर पोर्न video  का सच?

रविवार सुबह 10 बजे पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनो के बजाय अश्लील क्लिप चली,जो करीब 3 मिनट तक चलती रही ।इस बिच कई यात्रियों ने इसे अपने फोन पर रिकॉर्ड कर लिया।

क्या है इस घटना का सच?
बिहार के पटना रेलवे स्टेशन की डिस्प्ले स्क्रीन पर एक पोर्न क्लिप चलने का मामला सामने आया है।इसके बाद से ही रेलवे अधिकारियों की परेशानी बढ़ गयी है ।लोगो की माने तो रविवार सुबह 10 बजे पटना जंक्शन के एक प्लेटफॉर्म पर विज्ञापनो की वजय अश्लील क्लिप चला,जो करीब 3 मिनट तक चलती रही ।इसी बिच बहुत से यात्रियों ने इसे अपने मोबाइल से रिकॉर्ड कर लिया ।प्लेटफार्म पर मौजूद कई लोगो ने इसका विरोध किया और रेलवे के अधिकारियों को इसकी शिकायत की,तब रेलवे सुरक्षा बल ने तुरंत ही फुटेज को बंद करवाया,लेकिन लोगो के द्वारा सोशल मीडिया पर share किये हुए क्लिप वायरल हो गये । इसके बाद से ही लोगो में काफी गुस्सा भी है और लोग नितीश कुमार और रेलवे विभाग पर सवाल उठा रहे है।

 इससे पहले भी ऐसी घटनायें हो चुकी हैं-
पटना रेलवे स्टेशन की घटना पहली बार नही हुई है ,इसके पहले नवी मुंबई के ट्रैफिक सिग्नल पर एक मामला सामने आया था।वहां मौजूद स्क्रीन पर गाली लिख दिया गया था। इसी साल के मार्च में ज़ूम कॉल पर मीटिंग के दौरान एक user ने पोर्न तस्वीर शेयर कर दी थी।इस मीटिंग में 220 लोग मौजूद थे।
दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर इस तरह का मामला देखने को मिला था।

फिलहाल, दत्ता कम्युनिकेशन नामक एक एजेंसी के खिलाफ एफ. आई. आर. दर्ज की गयी है,जो स्क्रीन पर विज्ञापन और सूचना चलाने के लिए जिम्मेदार है ।रिपोर्ट्स के मुताबिक रेलवे ने ,एजेंसी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है।

 किस प्लेटफार्म पर यह घटना हुई ?
 राजधानी पटना के रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 10 पर लगे टी वी स्क्रीन पर अश्लील video प्रसारित होने लगी ।इसके बाद वहा मौजूद लोगो की शिकायत के बाद रेलवे सुरक्षा बल ने तुरंत हस्तक्षेप किया और क्लिप को बंद कराया।

रविवार, 19 मार्च 2023

ऑस्कर अवार्ड क्या है? What is oscar award in hindi

ऑस्कर अवार्ड क्या है? what is Oscar award in Hindi -

ऑस्कर अवार्ड विश्व फिल्म एवं सिनेमा जगत का सबसे प्रतिष्ठित और बड़ा अवार्ड है जो हर साल अलग - अलग कैटेगरी में विजेता फिल्मो को दिया जाता है ।

ऑस्कर अवार्ड को अकेडमक अवार्ड भी कहा जाता है।यह अवार्ड अकेडमिक ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट एवं साइंस (AMPAS)  द्वारा दिया जाता है। यह पुरस्कार समारोह हर साल आयोजित किया जाता है।इसमे सैकड़ो फिल्मो का नामांकन किया जाता है लेकिन पुरस्कार केवल कुछ चुनिंदा और बेहतरीन फिल्मो को ही दिया जाता है ।

ऑस्कर अवार्ड का इतिहास(History of Oscar award in Hindi) 

ऑस्कर अवार्ड की शुरुआत 16 मई 1929 को हुई थी। इसका आयोजन करने वाली अकेडमिक ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट एवं साइंस की स्थापना 1927 में हुई थी।

पहली बार ऑस्कर पुरस्कार का आयोजन 16 मई 1929 को हॉलीवुड रुजवेल्ट होटल में हुआ था। हालांकि यह आयोजन सार्वजनिक नही था।बल्कि एक प्राइवेट डिनर पार्टी के तरह था। इस आयोजन में कुल 270 लोग शामिल थे।
इस. समारोह की खास बात यह थी कि इसके आयोजन के 3 महीने पहले ही सभी विजेताओं का नाम घोषित कर दिया गया था।

पहली बार 1929 में ज़ब ऑस्कर अवार्ड का आयोजन हुआ तब इसमे केवल 12 कैटेगरी शामिल थी। इस अवार्ड को देने का सबसे प्रमुख उद्देश्य मोशन पिक्चर आर्ट एवं साइंस के कलाकारों को सम्मान प्रदान करना था।हालांकि पहली बार आयोजन में मीडिया प्रभावी नही थी लेकिन ज़ब दूसरी बार आयोजन हुआ तो मीडिया के लिए यह प्रमुख आकर्षण का केंद्र बन गया।

1930 में ज़ब दूसरी बार ऑस्कर अवार्ड का आयोजन किया गया तो इसका सीधा प्रसारण रेडियो द्वारा लोगो तक पहुँचाया गया। 1953 में पहली बार ऑस्कर अवार्ड का प्रसारण सीधा टेलीविज़न पर किया गया।
आज ऑस्कर अवार्ड कुल 24 कैटेगरी में दिया जाता है।

ऑस्कर अवार्ड विजेता प्रथम भारतीय(First Indian Oscar Award Winner) 

शुरुआत में ऑस्कर अवार्ड में केवल हॉलीवुड फिल्मो और अभिनेताओं का दबदबा था लेकिन अब भारतीय फिल्मे भी ऑस्कर अवार्ड  में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं।
सर्वपथम ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली का नाम भानु अथैया  है । इन्होने बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर की श्रेणी में ऑस्कर अवार्ड जिता था।

साल 1983 में फिल्म गाँधी के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइनिंग कैटेगरी में भानु अथैया  को ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया गया था।

ऑस्कर अवार्ड जीतने वाले भारतीय -

हालांकि शुरुआत में केवल हॉलीवुड फिल्मो को ही ज्यादातर ऑस्कर अवार्ड दिये जाते थे । फ़िरभी ऑस्कर अवार्ड 2023 तक आठ भारतीय लोगो ने ऑस्कर अवार्ड जीता है।

भानु अथैया - 
1983 में ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली प्रथम भारतीय। फिल्म गाँधी के लिए बेस्ट कॉस्ट्यूम डिज़ाइनर की श्रेणी में अवार्ड जीता था।

सत्यजीत रे-
महान भारतीय फिल्म्मेकर  सत्यजीत रे ऑस्कर अवार्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय थे,जिन्हे साल 1992 में ऑनरेरी लाइफटाइम अचीवमेंट की कैटेगरी में ऑस्कर अवार्ड दिया गया था।

रेसुल पोकुट्टी-
यह ऑस्कर अवार्ड जीतने वाले तीसरे भारतीय हैं। 2009 में फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर के लिए best sound mixing कैटेगरी में ऑस्कर अवार्ड जीता था।

ए आर  रहमान- 
भारत की और से चौथे ऑस्कर अवार्ड विजेता संगीतकार ए आर रहमान हैं। साल 2009 में फिल्म स्लमडॉग  मिलेनियर के लिए best original song कैटेगरी में ऑस्कर अवार्ड जीता था।

आप को बता दे कि ए आर रहमान को दो बार ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इन्हे दूसरा ऑस्कर अवार्ड स्लमडॉग  मिलेनियर में जय हो गाने के best original स्कोर कैटेगरी में मिला था।

गुलज़ार- 
साल 2009 में भारत के प्रसिद्ध शायर और लेखक गुलज़ार साहब को स्लमडॉग  मिलेनियर ने जय हो गाने की लिरिक्स के लिए ऑस्कर अवार्ड दिया गया था।

इस तरह फिल्म स्लमडॉग  मिलेनियर ने कुल 3 ऑस्कर अवार्ड जीते थे।

ऑस्कर अवार्ड 2023 के भारतीय विजेता-

ऑस्कर अवार्ड के 95वे आयोजन 2023 में भारत को दो ऑस्कर अवार्ड मिले हैं।
भारतीय फिल्म निर्माता S S राजमौली की फिल्म RRR के गाने नाटू -नाटू के लिए एम एम किरवानी को best original song कैटेगरी में ऑस्कर अवार्ड मिला तो वाही दूसरी ओर भारतीय डॉक्यूमेंट्री फिल्म एलीफैंट व्हिस्पर्स के लिए कार्तिकी गोंसोल्वे को best short subject कैटेगरी में ऑस्कर अवार्ड दिया गया ।

 दोस्तों इस लेख के माध्यम से मैने आपको ऑस्कर अवार्ड के बारे में जानकारी देने की कोसिस की है ।उम्मीद है आपको यह अच्छा लगा होगा ।

FAQ 

Q. ऑस्कर अवार्ड किस क्षेत्र में दिया जाता है?
Ans - यह सिनेमा जगत में दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड है ।
Q. ऑस्कर अवार्ड कब से दिया जाता है? 
Ans -16 मई 1929
Q.  ऑस्कर अवार्ड जीतने वाले प्रथम भारतीय कौन थे?
Ans -भानु अथैया 
Q. सबसे अधिक ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली फिल्म कौन है? 
Ans-1959 में बेन-हूर तथा 1997 में टाइटेनिक ने सबसे अधिक 11 अवार्ड जीते थे।
Q. सबसे पहला ऑस्कर अवार्ड किसने जीता था?
Ans- एमील जेनिंग को बेस्ट एक्टर और जैनेट गयनोर को बेस्ट एक्ट्रेस के लिए दिया गया था।


 
 

SCO क्या है? SCO in Hindi

SCO  ka Kya  Hai?  SCO ka full form Kya h?  SCO (Shanghai Cooperation Organization) की स्थापना साल 1996 में 'शंघाई फाइव'...